ये रंगीन फूल मुबारक तुम्हे हो
ये ख्वाबों की होली मुबारक तुम्हे हो।
ख़ुशी के रंगों से रंगी है- ये दुनिया
तेरे सपनो के रंगो से सजी है-ये दुनिया।
इस प्रिय पहर में दो खग यूँ मिले है,
जैसे एक ही डाली पर दो सुमन खिले है।
मेरे दिल की लाली मुबारक तुम्हे हो।।
मेरे ख्वाबों की होली.....
प्रेम पिचकारी में दिल के रंगों को घोल
दिल ये कहता है,तुमसे भी होली खेलूं ।
तेरी सारी पोशाकों को रंगों से रंग दूँ,
तेरे गालों-ललाटों पे गुलालों को मल दूँ।
मेरे प्यार की रोली मुबारक तुम्हे हो।।
मेरे ख्वाबों की होली-----
काश !तुमसे मैं होली में मिल पाती
मगर, ये होली अधूरी ना होगी
मेरे शब्दों के छीटों से खुद को रंग लेना
हो सकें तो, इन रंगों को मुझको भी देना।
संग-प्रीत की ठिठोली मुबारक तुम्हे हो।।
मेरे ख्वाबों की होली मुबारक तुम्हे हो -----