गुरुपर्व के पावन अवसर पर " गायत्री परिवार "द्वारा रचित एक हृदयस्पर्शी गुरु वंदना आप सब के साथ साझा कर रही हूँ जो मेरे पापा को अत्यंत प्रिये था और वो इसे हर वक़्त गुनगुनाया करते रहते थे और कहते थे इससे मुझे गुरु की शक्ति मिलती हैं।
गुरुवर तुम्ही बता दो,किसके शरण में जायें
किसके चरण में गिरकर ,मन की व्यथा सुनायें
गुरुवर तुम्ही बता दो-----
अज्ञान के तिमिर ने चारो तरफ से घेरा
क्या रात है प्रलय की ,होगा नहीं सवेरा
क्या होगा नहीं सवेरा ---
पथ और प्रकाश दो तो ,चलने की शक्ति पायें
गुरुवर तुम्ही बता दो -------
जीवन के देवता का ,करते रहे निरादर
कैसे करे समर्पित ,जीवन की जीर्ण चादर
जीवन की जीर्ण चादर -----
यह पाप की गठरियाँ ,क्या खोलकर दिखायें
गुरुवर तुम्ही बता दो-----
माना कपूत है हम, क्या रुष्ट रह सकोगें
मुस्कान ,प्यार, अमृत ,क्या दे नहीं सकोगें
क्या दे नहीं सकोगें-------
दाता तुम्हारे दर से ,जायें तो कहाँ जायें
गुरुवर तुम्ही बता दो -------
दाता तुम्ही बता दो --------
गुरु वो हाथ है जो मुश्किल घडी में भी हमें थामे रखता है |
गुरुवर तुम्ही बता दो,किसके शरण में जायें
किसके चरण में गिरकर ,मन की व्यथा सुनायें
गुरुवर तुम्ही बता दो-----
अज्ञान के तिमिर ने चारो तरफ से घेरा
क्या रात है प्रलय की ,होगा नहीं सवेरा
क्या होगा नहीं सवेरा ---
पथ और प्रकाश दो तो ,चलने की शक्ति पायें
गुरुवर तुम्ही बता दो -------
जीवन के देवता का ,करते रहे निरादर
कैसे करे समर्पित ,जीवन की जीर्ण चादर
जीवन की जीर्ण चादर -----
यह पाप की गठरियाँ ,क्या खोलकर दिखायें
गुरुवर तुम्ही बता दो-----
माना कपूत है हम, क्या रुष्ट रह सकोगें
मुस्कान ,प्यार, अमृत ,क्या दे नहीं सकोगें
क्या दे नहीं सकोगें-------
दाता तुम्हारे दर से ,जायें तो कहाँ जायें
गुरुवर तुम्ही बता दो -------
दाता तुम्ही बता दो --------
सच,है गुरु बिन ज्ञान नहीं होता और आज के युग में गुरु का ही आभाव है।
मेरा मानना है कि - गुरु सिर्फ वही नहीं है जो संत-महात्मा ही हो
यदि एक बच्चा भी आपको कोई ज्ञान दे जाता है तो उस पल वही आप का गुरु है
गुरु अर्थात ज्ञान---
गुरुपर्व की हार्दिक शुभकामनाएं ,आप सब पर गुरु की कृपा बनी रहें ....