इन दिनों के "पैनिक" होते माहौल को देखते हुए और एक डॉक्टर होने के नाते आज आप सभी से कुछ जरूरी दवाओं को साझा कर रही हूँ। शायद किसी एक की भी ये सहायता कर सकें तो सौभाग्य मेरा ।
"कोरोना" को झेलते हुए हमें लगभग एक साल से ज्यादा हो गया यदि हमने लापरवाहियां ना वरत कर थोड़ी भी समझदारी से काम लिया होता तो आज इस तरह से काल का ग्रास नहीं बने होते। हमने अपनी पारम्परिक जीवन शैली अपना ली होती,हर बात पर अंग्रेजी दवा लेते रहने की जगह सिर्फ अपने रहन-सहन का तरीका बदल दिया होता तो हालात कुछ और रहते। भारत की जनसख्या के हिसाब से हरएक को पूरी मेडिकल सुविधाएं देना असम्भव है और ये अब और मुश्किल हो चूका है जब मौत का भी सौदा होने लगा है।
जिस तरह से यात्रा करते वक़्त वाहन पर ये लिखा होता है कि -"यात्रीगण अपने सामान की रक्षा स्वयं करें "
वैसे ही हमें खुद पर ये टैग लगा लेना होगा कि -"हमारी जीवन रक्षा की जिम्मेदारी हमारी स्वयं की है "डॉक्टर की नहीं,व्यवस्था की नहीं,सरकार की नहीं। रोग कहे या काल उसे हम खुद घर पर ला रहें है और दोष सरकार को दे रहे हैं।
खैर,जो हो गया सो हो गया। अब भी सचेत जाये तो बहुत कुछ बचा सकते हैं -
सबसे पहले बात जो हजारो डॉक्टर चीख-चीखकर कह रहें है और आपने भी अपने आस-पास को देखकर ये महसूस किया होगा कि -
1 -हॉस्पिटल से ज्यादा आप घर पर सुरक्षित है।
2 -आर्युवेद और योग को अपनायें।
मैं आपको कुछ होमियोपैथिक दवा बता रही हूँ जो कि -आजकल सोशल मिडिया पर भी बहुत आ रहा है लेकिन होमियोपैथ की दवाओं के बारे में सही जानकारी ना होने की वजह से लोग दुविधा में होते है कि लूँ या ना लूँ।
मैं आपको पहले ये बता दूँ कि -होमियोपैथिक दवाएं बिलकुल सुरक्षित होती है ये यदि फायदा ना भी करें तो नुकसान नहीं करती (कुछ दवाओं को छोड़कर और वो दवा जल्दी से कोई भी डॉक्टर शेयर नहीं करता )
इन दिनों ऑक्सीजन के लिए हाय-तौबा मचा है,ऐसी बहुत सी दवाएं भी है और योगासन भी है जिससे आप अपनी ऑक्सीजन लेबल को समय रहते कन्ट्रोल कर सकते हैं।
कुछ खास होमियोपैथिक दवा -
यदि आपके फेफड़े में बहुत ज्यादा कफ महसूस होता है और आपको सांस लेने में दिक्क्त हो रही है तो ---
Aspidosperma Q,20 बून्द आधे कप गुनगुने पानी में डाल कर चाय की तरह सिप लेकर पिए,हर एक घंटे पर,जब थोड़ा कण्ट्रोल हो जाए तो दिन में तीन से चार बार 5 -6 दिनों तक ले। असर आपको पहले डोज़ से ही होने लगेगा।
दवा तब तक लेना है जब तक आपके फेफड़े में जमा कफ पूरी तरह ना निकल जाए। मगर दूसरे दिन से इसका डोज़ कम कर देना है अर्थात दिन में चार या पांच बार।
कभी-कभी फेफड़े में कफ कन्जेक्शन कम है फिर भी साँस नहीं ली जा रही तो
Vanadium 30 and carbo veg 30 ,4 drops सीधे जीभ पर आधे-आधे घंटे के अंतर् से बारी-बारी ले (अर्थात बदल-बदलकर ले )
ठीक लगने पर आप दवा की डोज़ को कम कर देंगे,अर्थात दिन में दो-दो बार दोनों दवा alternate कर के लेना हैं दवा कम से कम 3 -4 दिन तक चलेगी।
ये दवाएं आपको मौत के मुख से बाहर ला सकती है।
हाँ,एक और बात और - अभी के हालत में ये देखा जा रहा है कि -आपको कुछ भी सिम्टम नहीं है बस आप पर कोरोना पॉजिटिव का ठप्पा लग गया है और आप पैनिक हो गए। ऐसे हालात में भी आपको साँस लेने में दिक्क्त का सामना करना पड़ रहा है और आप घबड़ा कर डॉक्टर के पास भाग रहे है। यदि ऐसे हालात हो तो,होमियोपैथ की चरपरिचित दवा या यूँ कहे होमियोपेथी के शान है ये दवा -
Aconite 30,4 drop सीधे जीभ पर 15 -15 मिनट पर भी आप ले सकते हैं और इसके चमत्कार को देख आप दांतो तले उँगली ना दबा लिए तो कहना।
दवा तब तक लेना है जब तक आपको आराम ना लगे,फिर बंद कर देना है ये दवा आपके डर को कम करता है।
ये दवाएं बेहद असरदार है। ऊपर बताये तीनों दवा को आप साथ में भी ले सकते हैं आधे-आधे घंटे के अंतर पर।
उम्मीद है, मैं आपकी कुछ मदद कर पाई हूँ। आज कल जानकारियां तो सभी के पास है आभाव है तो बस सतर्कता की।
आदरणीय अयंगर जी को सहृदय धन्यवाद ,मैं कुछ बातें नहीं बता पाई थी जिनकी ओर उन्होंने ध्यान दिलाया।
बहुत बहुत धन्यवाद इस उपयोगी जानकारी को साझा करने के लिए।
जवाब देंहटाएंआपका भी बहुत धन्यवाद मीना जी इस पर भरोसा कर इसे साझा करने के लिए,सादर नमन
हटाएंसूचनापरक आलेख का आभार!!!
जवाब देंहटाएंसहृदय धन्यवाद विश्वमोहन जी,सादर नमन
हटाएंVery nice and informative
जवाब देंहटाएंसहृदय धन्यवाद आपका
हटाएंबिलकुल सही लिखा है अपने।
जवाब देंहटाएंसहृदय धन्यवाद शिवम जी,सादर नमन
हटाएंव्वाहहह
जवाब देंहटाएंआभार..
सहृदय धन्यवाद दी ,सादर नमन
हटाएंVanadium 30 and carbo veg 30 आधे आधे घंटे कब तक लेते रहें- जब तक हालात सामान्य न हों?
जवाब देंहटाएंAconite 30,4 drop 15 -15 मिनट पर भी आप ले सकते हैं ..। वही सवाल कब तक?
कृपया सलाह दें।
शायद पहली दवा 20 बूँद पर नी में चाय की तरह प्रति घंटे ... आराम आते तक।
यहाँ लिखना आसान न हो तो आप मीना जी से बता दें या उनसे मेरा नंबर लेकर मुझे ही बताएँ।
आपका आभार रहेग।
सर्वप्रथम तो तहे दिल से शुक्रिया सर,आप मेरे ब्लॉग पर आये और इसलिए भी कि अपने लेख में जो कुछ बातें मैं लिखना भूल गई हूँ इस और आपने ध्यान दिलाया।
हटाएंVanadium 30 and carbo veg 30, 4 drop आधे आधे घंटे पर कब तक लेते रहें- जब तक हालात सामान्य न हों?
जी हाँ सर,जब ठीक लगने पर आप दवा की डोज़ को कम कर देंगे,अर्थात दिन में दो-दो बार दोनों दवा alternate कर के लेना हैं दवा कम से कम 3 -4 दिन तक चलेगी।
Aconite 30,4 drop 15 -15 मिनट पर जब तक आपको आराम ना लगे,फिर बंद कर देना है ये दवा आपके डर को कम करता है।
पहली दवा तो तब तक लेना है जब तक आपके फेफड़े में जमा कफ पूरी तरह ना निकल जाए। मगर दूसरे दिन से इसका डोज़ कम कर देना है अर्थात दिन में चार या पांच बार।
सादर धन्यवाद कामिनी जी। 🙏
हटाएंबहुत आभार सही जानकारी देने के लिए कामिनी जी ।
जवाब देंहटाएंसहृदय धन्यवाद जिज्ञासा जी ,सादर नमन
हटाएंसहृदय धन्यवाद सर ,मेरे पोस्ट को साझा करने के लिए,सादर नमन
जवाब देंहटाएंबहुत ही उपयोगी जानकारी। होमियोपैथी से बेहतर तो कुछ है ही नहीं।
जवाब देंहटाएंसहृदय धन्यवाद सर,अगर,डॉक्टर पूरी ईमानदारी से ईलाज करे और मरीज़ पुरे विश्वास से दवा ले तो वाकई होमियोपैथ लाज़बाब है।
हटाएंहमने खुद कई बार होमियोपैथ के अद्भुत चमत्कार देखे है ,सादर नमन आपको
बेहद उपयैगी जानकारी साझा की है आपने कामिनी जी ! आज की विषम परिस्थितियों में इस तरह की जानकारी के लिए आभार शब्द बहुत कम होगा । सादर नमन।
जवाब देंहटाएंसहृदय धन्यवाद मीना जी,ये तो मेरा फ़र्ज़ था ,सादर नमन आपको
हटाएंहोम्योपैथिक दवाओं के साथ बहुत ही उपयोगी जानकारी भरा आलेख शेयर करने हेतु धन्यवाद कामिनी जी !
जवाब देंहटाएंसहृदय धन्यवाद सुधा जी,एक प्रयास था,शायद किसी को फायदा हो जाए ,सादर नमन आपको
हटाएंबहुत ही उपयोगी जानकारी शेयर करने के लिए धन्यवाद, कामिनी दी।
जवाब देंहटाएंसहृदय धन्यवाद ज्योति जी,होमियोपैथ के बारे में भ्रांतिया बहुत है जिसे दूर करना मैंने अपना फ़र्ज़ समझा,हमारा परिवार पूर्णतः होमियोपैथ पर ही निर्भर है ,सादर नमन आपको
हटाएंउपयोगी जानकारी।
जवाब देंहटाएंसहृदय धन्यवाद कुसुम जी ,सादर नमन आपको
हटाएंसार्थक लेख मैम,
जवाब देंहटाएंलोग की मदद करने का एक अच्छा और स्वागतयोग्य कदम! हम डॉक्टर तो नहीं है जो इलाज करके लोगों की जान बचा सके पर जरूरी जानकारी साझा करके उन्हें जागरूक करके इस महामारी से बचाने में सायद सफल हो जाए! धन्यवाद मैम🙏🙏🙏🙏
सहृदय धन्यवाद मनीषा भरोसा करने के लिए ,स्नेह तुम्हे
हटाएंबहुत ही उपयोगी जानकारी
जवाब देंहटाएंसहृदय धन्यवाद मनोज जी
हटाएंAconite 30,4 drop 15 -15 मिनट पर जब तक आपको आराम ना लगे,फिर बंद कर देना है ये दवा आपके डर को कम करता है।
जवाब देंहटाएंयशोदा जी, यही तो कामिनी जी ने लिखा है मेरे प्रश्न के जवाब में।,🙏
हटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
हटाएंदी ,कहने का मतलब है जब तक आपको आराम ना लगने लगे, लेते रहे 4 -5 डोज़ ,आप दस डोज़ तक भी ले सकती है ,कोई साइड इफेक्ट नहीं है। आराम लगने लगे फिर दवा बंद कर देना है। ये दवा किसी भी परिस्थिति में चाहें रोग कोई भी हो आप पर डर हावी हो गया है और आपको कोई भी रोग हो जाये या आपको किसी भी रोग में चाहे वो heart problem ya asthma की वजह से ही हो ,साँस लेने में दिक्क्त हो तो ले सकते है। कारण कोई भी हो सांस लेने में दिक्क्त हो,दम घुटत सा लगे तब भी ले सकते हैं। ये prevention है ईलाज़ नहीं। ये आपको थोड़ी देर के लिए stable रखने में मदद करता है। अगर परेशानियाँ काम होगी तो आप ठीक भी हो जायेगी अगर ज्यादा होगी तो आपको डॉक्टर तक पहुंचाने में सहायक होगी। सादर नमन
हटाएंअच्छी और उप्यिगी जानकारी ....
जवाब देंहटाएंआज के समय में उपयोगी और सार्थक जानकारी का उपलब्बध होना बहुत जरूरी है ... इस भयावहता को कम किया जा सके सबका प्रयास इसमें हो ... ये बहुत ज़रूरी है ...
बहुत उपयोगी जानकारी साझा की है ।
जवाब देंहटाएंआप होम्योपैथी की डॉक्टर हैं यह जान कर अच्छा लगा ।कभी कोई सलाह लेनी होगी तो परेशान अवश्य करूँगी 😄😄😄😄
जी दी,जरूर कीजियेगा मैं हर समय आपके लिए उपस्थित हूँ,परन्तु भगवान से यही प्रार्थना करुँगी कि -मेरी क्या आपको कभी भी किसी डॉक्टर की जरूरत ना पड़े,आप हमेशा स्वस्थ रहें ,हां प्रिवेंशन के लिए कुछ जानना हो तो जरूर पूछ सकती है,होमियोपैथ में प्रिवेंशन की बहुत अच्छी अच्छी दवाएं है ,सादर नमन
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