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मंगलवार, 13 फ़रवरी 2024

"स्वीकार किया मैंने"



26 टिप्‍पणियां:

  1. जब कान्हा की बंसी बजेगी...
    कोई राधा तड़प उठेगी...
    परवाना जब आह भरेगा...
    शमां खुद ही जल उठेगी.....
    वाह !! शानदार पोस्ट .., मित्रता और प्रेम की बारीक सी लकीर को समझाने का प्रयास करती लाजवाब कहानी ।सादर नमस्कार कामिनी जी 🙏

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  2. आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" बुधवार 14 फरवरी 2024को साझा की गयी है......... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

    अथ स्वागतम शुभ स्वागतम।

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    1. मेरी रचना को स्थान देने के लिए दिल से शुक्रिया पम्मी जी 🙏

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  3. आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" बुधवार 14 फरवरी 2024को साझा की गयी है......... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

    अथ स्वागतम शुभ स्वागतम।

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  4. परवाना जब आह भरेगा...
    शमां खुद ब खुद जल उठेगी
    बेहतरीन
    सादर

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    1. आप की प्रतिक्रिया से लेखन सार्थक हुआ दी, सादर नमस्कार 🙏

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    1. स्वागत है आपका हरीश जी, सराहना हेतु दिल से धन्यवाद 🙏

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  6. प्रिय कामिनी, कितनी प्यारी सी है प्रणय की ये अनमोल गाथा! लेखों के माध्यम से तुमने अपनी मेधा का खूब परिचय दिया है, पर काव्य में तुमने जिस तरह का प्रयास किया है वह बहुत सराहनीय है! एक प्रेम कथा के विभिन्न भावनात्मक पड़ावों को बहुत ही कुशलता से लिखा है तुमने! कई पंक्तियाँ तो मन को छू कर निकल गई!

    तुम्हारी वफ़ा मुझे सच्ची लगी है.....हाँ,मुझे मेरे प्यार से अच्छी तेरी दोस्ती लगी है......"///////
    सच में दोस्ती प्रेम का सर्वोत्तम रूप है!
    प्रेम एक अव्यक्त अनुभूति है! इस पर अनगिन लोगों ने लिखा पर कोई भी इसे सही ढंग से परिभाषित नहीं कर पाया! जितने अनुभव है उतनी ही परिभाषाएँ!

    ज़रूरी नहीं कि दीदार हो....
    जरूरी नहीं कि आँखें चार हो....
    जरूरी नहीं कि बातें हजार हो...
    जरूरी है कि बस, एक एहसास हो...
    क्या खूब फलसफा गढ़ा है प्यार का! मेरी दुआ है ,यूँ ही लिखती रहो हो सबको चकित करती रहो! हार्दिक शुभकामनाएँ सखी!अच्छा लगा आज अर्से बाद तुम्हारे ब्लॉग पर आकर!

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    1. बहुत दिनों बाद तुम्हें भी अपने ब्लॉग पर देख कर बहुत अच्छा लगा सखी, तुम्हारी इस सुन्दर प्रतिक्रया के लिए हृदय तल से धन्यवाद सखी

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  7. वाह!!!!
    खो गई मैं तो इस सच्ची कहानी में ...
    प्रेम तो वह जन्मों का रहा होगा यकीनन जो इस तरह मिले...पर दोस्त को दाद देनी पड़ेगी ।
    दिल को छूती बहुत ही हृदयस्पर्शी कहानी ।

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  8. आपकी इस सारगर्भित प्रतिक्रिया के लिए हृदय तल से धन्यवाद सुधा जी 🙏

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  9. प्रेम और दोस्ती पर्याय से लगते हैं
    कई पंक्तियों दिल छु लिया
    बहुत उम्दा रचना
    लिखने की शैली ने अंत तक बांधे रखा.
    वाह

    पधारें- तुम हो तो हूँ 

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  10. क्या बात है?
    कितनी खूबसूरती से प्रेम को परिभाषित किया है, सुंदर अभिव्यक्ति। बहुत बधाई।

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  11. बहुत बहुत सुन्दर , सराहनीय रचना

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    1. दिल से शुक्रिया सर, आप का आशीर्वाद मिला लिखना सार्थक हुआ, बहुत दिनों बाद आपकी उपस्थिति पाकर बेहद खुशी हुई,, उम्मीद है आप स्वस्थ होंगे,सादर नमस्कार 🙏

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kaminisinha1971@gmail.com