tag:blogger.com,1999:blog-3326747471989254320.post3308164356914648943..comments2024-03-11T12:32:58.950+05:30Comments on मेरी नज़र से : हँसते आँसु Kamini Sinhahttp://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comBlogger24125tag:blogger.com,1999:blog-3326747471989254320.post-32570533712887696332019-07-09T14:05:33.527+05:302019-07-09T14:05:33.527+05:30सहृदय धन्यवाद लोकेश जी ,सादर सहृदय धन्यवाद लोकेश जी ,सादर Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3326747471989254320.post-24331824524141848282019-07-08T13:11:35.029+05:302019-07-08T13:11:35.029+05:30बहुत खूबसूरतबहुत खूबसूरतLokesh Nashinehttps://www.blogger.com/profile/10305100051852831580noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3326747471989254320.post-13689664730484900222019-07-06T11:29:49.703+05:302019-07-06T11:29:49.703+05:30बहुत बहुत धन्यवाद विश्वमोहन जी, सादर नमस्कार बहुत बहुत धन्यवाद विश्वमोहन जी, सादर नमस्कार Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3326747471989254320.post-17212307844937553232019-06-30T17:16:31.437+05:302019-06-30T17:16:31.437+05:30मर्मस्पर्शी।मर्मस्पर्शी।विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3326747471989254320.post-61012471432352492352019-05-10T12:13:43.666+05:302019-05-10T12:13:43.666+05:30क्या बात हैं !!! बहुत खूब अभिलाषा बहन ,सहृदय धन्यव...क्या बात हैं !!! बहुत खूब अभिलाषा बहन ,सहृदय धन्यवाद आप का, इस प्यारी सी प्रतिक्रिया के लिए आभार एवं स्नेह सखी Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3326747471989254320.post-20563917419484191512019-05-09T14:30:22.857+05:302019-05-09T14:30:22.857+05:30जो लब न कह सके वो आंसू कह गए
दिल की जुबां बनकर आंख...जो लब न कह सके वो आंसू कह गए<br />दिल की जुबां बनकर आंखों से बह गए।<br /><br />बेहद खूबसूरत संस्मरण,हर नारी के जीवन की कहानी सखी।Abhilashahttps://www.blogger.com/profile/06192407072045235698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3326747471989254320.post-21772742739297645852019-05-09T13:44:25.902+05:302019-05-09T13:44:25.902+05:30सहृदय धन्यवाद बहन ,इतनी प्यारी प्रतिक्रिया दी हैं ...सहृदय धन्यवाद बहन ,इतनी प्यारी प्रतिक्रिया दी हैं आपने आभर एवं सादर स्नेह Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3326747471989254320.post-35914013519568440342019-05-09T13:39:52.147+05:302019-05-09T13:39:52.147+05:30सहृदय धन्यवाद सखी ,ये आँसु बिन कहे सब कह जाते हैं ...सहृदय धन्यवाद सखी ,ये आँसु बिन कहे सब कह जाते हैं ,सादर स्नेह Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3326747471989254320.post-52895928649529372462019-05-09T10:17:40.306+05:302019-05-09T10:17:40.306+05:30बहुत ही सुंदर संस्मरण,कामिनी दी। यादों के पिटारे म...बहुत ही सुंदर संस्मरण,कामिनी दी। यादों के पिटारे में से बहुत ही सुंदर मोती चूने हैं आपने और उनकी माला भी बहुत ही सुंदर तरीके से बनाई हैं।Jyoti Dehliwalhttps://www.blogger.com/profile/07529225013258741331noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3326747471989254320.post-13399001046134235012019-05-07T21:44:39.889+05:302019-05-07T21:44:39.889+05:30आँसुओं की कहानी आपकी जुबानी पढ़ मेरी भी मायके की ब...आँसुओं की कहानी आपकी जुबानी पढ़ मेरी भी मायके की बहुत सी यादें ताजा हो गईं बेहद हृदयस्पर्शी संस्मरण लिखा आपने चाहें खुशी हो ग़म या कोई पीड़ा बस बरस पड़ते हैं आँसू बनकर मन के एहसासAnuradha chauhanhttps://www.blogger.com/profile/14209932935438089017noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3326747471989254320.post-68365188262375508432019-05-07T18:39:19.789+05:302019-05-07T18:39:19.789+05:30सहृदय धन्यवाद... लोकेश जी ,सादर सहृदय धन्यवाद... लोकेश जी ,सादर Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3326747471989254320.post-43303271508176830712019-05-07T18:36:47.610+05:302019-05-07T18:36:47.610+05:30लोग तो बस यूँही कह देते हैं कि -मायका पराया आँगन ह...लोग तो बस यूँही कह देते हैं कि -मायका पराया आँगन होता हैं ,जहां से अपनी जड़ें जुड़ी हो वो पराया कहाँ हो पाता हैं। तुमने सही कहा सखी -शादी के बाद पीहर छूटने की वेदना से हर लडकी गुजरती है |उन पालो को शब्दों में वया करना बहुत मुश्किल हैं कभी अगर लिख पाई तो जरूर साझा करुँगी अपनी विदाई के उस संस्मरण को जो आज भी आँखों के आगे जीवंत हैं ,सहृदय धन्यवाद सखी तुम्हारे इस अनमोल प्रतिक्रिया के लिए ,सादर स्नेह Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3326747471989254320.post-33325853366821964312019-05-07T18:27:26.670+05:302019-05-07T18:27:26.670+05:30सहृदय धन्यवाद कुसुम जी ,यादो का पिटारा होता ही ऐस...सहृदय धन्यवाद कुसुम जी ,यादो का पिटारा होता ही ऐसा हैं ,और हमारे समय की तो सबकी कहानी यही होती थी. हम भावनाओ के तल पर जीते थे ,मेरा संस्मरण आप के दिल तक पहुंच आप का भी दामन भिगो गया क्योकि हर बेटी की भावनाये तो एक सी हैं न ,आपकी सार्थक प्रतिक्रिया मेरा मनोबल बढ़ता हैं ,सादर नमस्कार आप को Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3326747471989254320.post-78692951196282512942019-05-07T18:17:36.228+05:302019-05-07T18:17:36.228+05:30स्वेता जी ,ये सिर्फ मेरे और आप के मन के भाव नहीं ह...स्वेता जी ,ये सिर्फ मेरे और आप के मन के भाव नहीं हैं अपितु हमारे समय की हर लड़की की यही मनोदशा होती हैं ,मेरा मनोबल बढाती आपकी इस सुंदर प्रतिक्रिया के लिए दिल से आभारी हूँ। सादर स्नेह Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3326747471989254320.post-13015494680552151692019-05-07T16:32:41.010+05:302019-05-07T16:32:41.010+05:30बहुत शानदारबहुत शानदारLokesh Nashinehttps://www.blogger.com/profile/10305100051852831580noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3326747471989254320.post-10968523352674074082019-05-07T15:27:53.566+05:302019-05-07T15:27:53.566+05:30प्रिय कामिनी -- स्नेह की भावनाओं के सुधारस में डू...प्रिय कामिनी -- स्नेह की भावनाओं के सुधारस में डूबा तुम्हारा ये संस्मरण हर लडकी के मन की आवाज है क्योकि शादी के बाद हर बेटी उसी आँगन में आने को आतुर रहती है जहाँ से --कहा जाता है उसका शादी के बाद औपचारिक रिश्ता होता है | मुझे भी याद है कि गाँव के भरे पुरे संयुक्त परिवार से जब मैं शहर के एकल परिवार में बहू बनकर आई थी तो ससुराल में व्याप्त एकाकीपन ने मुझे बहुत विचलित किया क्योकि यहाँ परिवार में मात्र चार लोग ही थे पर धीरे धीरे ये छोटा परिवार ही सुहा गया | शादी के बाद पीहर छूटने की वेदना से हर लडकी गुजरती है | भले ही ससुराल में कितनी ही लाडली बहु हो पर बेटी के रूप में माता पिता का स्नेह कभी नहीं भूलता | और पहली बार की छोड़ो मैं तो अब भी मायके से आती हूँ तो आँखें ना चाहते हुए भी छलक जाती हैं | सच कहूं तो वहां जाने से पहले मुझे वहां से आने के पल विकल कर कर जाते हैं | फिर भी यही जीवन है | तुमने बहुत ही जीवंत संस्मरण लिखा वे लम्हे जीवन की अनमोल पूंजी हैं | आशा है तुम आगे भी ऐसे पलों की यादें साझा करती रहोगी | हार्दिक शुभकामनायें और मेरा प्यार | रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3326747471989254320.post-41522439466595056632019-05-07T14:16:57.630+05:302019-05-07T14:16:57.630+05:30बहुत बहुत बहुत सुंदर मन को भीगो गया आपका इतना प्या...बहुत बहुत बहुत सुंदर मन को भीगो गया आपका इतना प्यारा संस्मरण और सच नही पता कि कोर पर बैठा ये कतरा खुशी का है या गम का या फिर भूली यादों का।<br />लाजवाब कामिनी बहन।<br />शब्द शब्द ओस बन झर रहा है<br />यादों का दामन भीगो रहा है ।<br />आपकी लेखनी की प्रशंसा में शब्द नही जो एक की नही कितनो की कहानी कह गई।<br />वाह्ह्ह। मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3326747471989254320.post-2867364428114024032019-05-07T14:10:53.660+05:302019-05-07T14:10:53.660+05:30तहे दिल से शुक्रिया अनीता जी ,सही कहा आपने हमारे स...तहे दिल से शुक्रिया अनीता जी ,सही कहा आपने हमारे समय की शायद ही ऐसी कोई बेटी हो जो विदाई की वो वेला भूल पाई हो ,आभार आपका अनीता बहन अपना प्यार यूँ ही बनाये रखियेगा ,आभार एवं स्नेह Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3326747471989254320.post-29759480491618590592019-05-07T14:06:35.988+05:302019-05-07T14:06:35.988+05:30मीना जी, मैं आप की दिल से शक्रगुज़ार हूँ आपने मेरे ...मीना जी, मैं आप की दिल से शक्रगुज़ार हूँ आपने मेरे हर लेख पर अपनी अनमोल प्रतिक्रिया दे कर मेरे लेखन को सार्थक किया हैं ,मुझे उमींद हैं आप मेरा मनोबल यूँही बढाती रहेगी ,आभार एवं सादर स्नेह Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3326747471989254320.post-86289095590883836542019-05-07T14:05:45.025+05:302019-05-07T14:05:45.025+05:30बहुत ही सुन्दर संस्मरण कामिनी बहन बेटी पिता की प्य...बहुत ही सुन्दर संस्मरण कामिनी बहन बेटी पिता की प्यारी परी होती |पढ़ कर आँखें नम हो गई स्नेह से सजा सुन्दर संस्मरण <br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3326747471989254320.post-14073251962599148882019-05-07T13:56:23.136+05:302019-05-07T13:56:23.136+05:30" गम हो तो बहते हैं छलक कर, खुशी हो तो, मचलते..." गम हो तो बहते हैं छलक कर, खुशी हो तो, मचलते हैं लुढककर "बहुत सुंदर परुषोत्तम जी मेरी लेखनी में जो थोड़ी सी कमी थी आपने वो भी पूरी कर दी आभार । सहृदय धन्यवाद आप को मेरा मनोबल बढ़ने के लिए ,सादर नमस्कार Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3326747471989254320.post-67268463903771126832019-05-07T09:58:17.743+05:302019-05-07T09:58:17.743+05:30आँसू खुशी,बेबसी,दुख ,करुणा और प्रायश्चित सब कुछ बय...आँसू खुशी,बेबसी,दुख ,करुणा और प्रायश्चित सब कुछ बयान करते हैं बस समझने के लिए नजर चाहिए और ववह आपके पास बहुत खूब है । अत्यंत सुन्दर संस्मरण ।Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3326747471989254320.post-88097838592920712352019-05-07T06:20:49.357+05:302019-05-07T06:20:49.357+05:30सच में बहुत प्यारा संस्मरण लिखा है आपने आँसुओं के ...सच में बहुत प्यारा संस्मरण लिखा है आपने आँसुओं के बहाने...ब्याह के बाद लड़कियाँ अपनी जिम्मेदारियों में ऐसी व्यस्त होती हैं कि मायका लगभग छूट ही जाता है।<br />कैसी अजीब परंपरा है न लड़कियों की विदाई।<br />आपको.पढ़कर लगता है ख़ुद के मनोभाव पढ़ रहे।Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3326747471989254320.post-25295532527122260652019-05-06T21:07:32.402+05:302019-05-06T21:07:32.402+05:30आपकी लेखनी सचमुच लाजवाब है, मंत्रमुग्ध कर जाती है ...आपकी लेखनी सचमुच लाजवाब है, मंत्रमुग्ध कर जाती है । आँसू, समझ हे परे होते ही हैं । गम हो तो बहते हैं छलक कर, खुशी हो तो, मचलते हैं लुढककर। <br />बहुत-बहुत शुभकामनाएँ ।पुरुषोत्तम कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/16659873162265123612noreply@blogger.com